संगीत का कोई मज़हब, कोई ज़बान नहीं होती। 'रेडियोवाणी' ब्लॉग है लोकप्रियता से इतर कुछ अनमोल, बेमिसाल रचनाओं पर बातें करने का। बीते नौ बरस से जारी है 'रेडियोवाणी' का सफर।

Saturday, August 4, 2007

किशोर कुमार के जन्‍मदिन पर देखिए उनका इंटरव्यू चौदह भागों में—‘रेडियोवाणी’ का विशेष आयोजन


आज किशोर कुमार का जन्‍मदिन है ।
उनके गीत तो हम सब सुनते हैं और सुनते रहेंगे । पर उनका इंटरव्यू कहीं नहीं है । विविध भारती के पास भी नहीं ।
कई बार कोशिश की गई पर शरारती किशोर दा हर बार बच निकले ।
हां सुनते हैं कि अमीन साहब के पास ज़रूर किशोर दा का फुटेज है ।


बहरहाल यू ट्यूब की छानबीन से मुझे कुछ अनमोल वीडियो मिले हैं ।
जिनकी क्‍वालिटी बहुत ख़राब है । पर खुशी की बात ये है कि इसमें ना सिर्फ किशोर दा बोलते सुनाई पड़ते हैं, बल्कि इनके कई संगी साथी भी । अशोक कुमार, लता मंगेशकर, बप्‍पी लहरी वगैरह कई कई लोग । कुल चौदह हिस्‍से हैं इस वीडियो के ।
ये सभी आपकी नज़र ।

मैंने भी अभी सारे हिस्‍से नहीं देखे हैं । फुरसत पाते ही देखूंगा ।
सोचा था कि इन्‍हें कई पोस्‍टों में आपको पेश करूंगा ।
पर जो काम टल गया सो टल गया ।

उम्‍मीद है कि आप इस विराट श्रृंखला के वीडियो देखने की फ़ुरसत और बैन्‍डविड्थ दोनों पा सकेंगे ।

पहला भाग





दूसरा भाग





तीसरा भाग





चौथा भाग





पांचवां भाग





छठा भाग





सातवां भाग





आठवां भाग





नौंवा भाग-





दसवां भाग





ग्‍यारहवां भाग





बारहवां भाग





तेरहवां भाग





चौदहवां और आखिरी भाग




किशोर कुमार के जन्‍मदिन पर ये थी रेडियावाणी की विशेष पेशकश ।


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9 comments:

Gyan Dutt Pandey August 4, 2007 at 8:09 AM  

वाह! यूनुस; आई मस्ट एडमायर योर एंथूजियाज्म इन पुटिंग अप मेटीरियल टू वाच/रीड/लिसन! :)
बहुत अच्छा!

रवि रतलामी August 4, 2007 at 10:09 AM  

आपका चिट्ठा तो भारतीय संगीत जगत् के लिए एक किस्म का संदर्भ सामग्री का भंडार बनता जा रहा है.

एक और स्तुत्य प्रयास. धन्यवाद.

Anonymous,  August 4, 2007 at 11:16 AM  

आप बहुत तकलीफ उठा रहे है हम पाठकों के लिए…।

अन्न्पूर्णा

anuradha srivastav August 4, 2007 at 11:45 AM  

लाजवाब है ये ,आपके प्रयास के लिये शुक्रिया ।

Udan Tashtari August 4, 2007 at 5:39 PM  

एक और जबरदस्त साधुवादी कदम. अति सराहनीय. आभार.

VIMAL VERMA August 5, 2007 at 12:42 AM  

वाह वाह क्या बात है.. आपने तो वाकई कमाल कर दिया, दिव्य है... दिल की गहराइयों से अभार व्यक्त करता हूं..

mamta August 5, 2007 at 8:00 AM  

लाजवाब! बेमिसाल !

Manish Kumar August 5, 2007 at 10:55 PM  

किशोर कुमार का अमीन सयानी का दिया इंटरव्यू मैंने सुना है रेडियो सीलोन पर। बहुत मज़ा आया था सुन कर. इसे भी फुर्सत में सुनूँगा।

PIYUSH MEHTA-SURAT August 8, 2007 at 2:55 PM  

We are thankful to late Shri Sachindeo Burman sahab, Shri Khemchand Prakashji, Shri Devanandji Shri Rajesh Khannaji and Off cource Late Shri Anil Viswashji for giving us Shri Kishor Kumarji. We can't forgate Pair off shri Kalyanji-Anandji. C Ramchandji and Late Shri Rahulbeo Burmanji for Kishorji. I also had listen Ameen Sayani saheb's talk with Kishorda tributing to Shri S. D Burmanji after very few days of Burmanda's death.
I would like to remember Laherose Pooch loo-(KAFILA), To hai Chanda to mai hun Chakor (Ziddi-Khemchand Prakashji), Tere jahan se chal Diye-(Rukshana-Sajjad Husain), Mere Sukh Dookhka sansar tere Do Nainanme-(FAREB-Anil Viswasji) and off cource Aa mohobat ki Basti-Fareb-Anil Viswas which is nowaday very well known song). Dil Dilse Milakar Dekho- MEMSAHIB (Madan Mohan), Hal Tuze Apni Dunia Ka(ASHA-C. Ramchandji). Chup Hoja ameeron ki ye sone ki ghadi hai-BANDI (Music-Hemant Kumar ?), Moona bada pyara-MUSAPHIR9SALIL CHOUDHRY)

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