कुछ तस्वीरें कुछ बातें
मित्रो, पेश है मुंबई के जनजीवन की झलकियों पर केंद्रित श्रृंखला, जिसमें कुछ बातें होंगी और होंगी मोबाईल कैमेरे से खींचीं तस्वीरें । ये तस्वीरें डिजिटल-कैमेरे से भी खींची जा सकती थीं । लेकिन सीमित-संसाधनों में अच्छे नतीजे खोजने के इरादे से इन्हें डिजिटल कैमेरे से खींचा गया है । ये श्रृंखला आगे भी जारी रहेगी ।
बस मिलाकर हाथ अपनी उंगलियां गिन लीजिये
आपको इस शहर में रहने का फ़न आ जायेगा
( यूं बिकते हैं चाकू मुंबई के बाज़ार में )
चलो दूध के लिए लाईन लगाओ
समंदर के तरह बड़ा है दिल आज के लोगों का
पर समंदर का पानी तो प्यास बुझाता नहीं
(टैंकरों से पानी की सप्लाई)
बरसात में तालाब तो हो जाते हैं कमज़र्फ
बाहर कभी आपे से समंदर नहीं होता
मरीन ड्राईव शाम के धुंधलके में
हर आदमी एक उड़ता हुआ बगूला था
तेरे शहर में हम किससे गुफ्तगू करते ।
ये कौन शख्स है ये किस क़दर अकेला है
ये शख्स भीड़ में अकसर दिखाई देता है
तमाम जुल्मतों के बाद भी जिंदा हैं हम इस शहर में
6 comments:
अच्छा है.. जमे रहो, बिरादर, मोर्चे पर..
यूनुस भाई, सच में आप जब से आये हैं, ब्लॉग पर कुछ न कुछ नया मिल ही जा रहा है। लगता है धीरे-धीरे आप हम पाठकों को पूरा मुम्बई शहर घुमा देंगे। बढ़िया है सरकार, बढ़िया है।
जीवंत तस्वीरें यूनुस जी। इसी तरह मुंबई की सैर कराते रहिए।
तस्वीरें तो अच्छी हैं ही, साथ के शेर बडे धांसू लगे...
लगे रहो यूनुस भाई.. :)
Annapurna
Sitaron (Filmi) ke shaher ki asliyat dekhi Vaakai keechad main kamal khilate hai.
Even though i m born and brought-up in Mumbai, i haden't still seen such a true view of it...really feel many things were unseen by me...Really greatful to u to show us such a different view of MUMBAI
u have done a wonderful job opening a blog for urself and Vividh Bahrti....i m a great fan of "YOUTH EXPRESS" Presented by u every sunday
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