प्रिय मित्रो
रेडियोनामा पर औपचारिक रूप से आज आरंभ कर दिया गया है ।
अफलातून जी ने इस पर अपनी एक पोस्ट डाली है जिसका शीर्षक है--रेडियो आशिक़ भगवान काका ।
रेडियोनामा रेडियो की बातों और यादों का ब्लॉग है । यानी रेडियो विमर्श का ब्लॉग
इस ब्लॉग के बारे में मैंने अपने इसी ब्लॉग पर एक पोस्ट लिखी थी । जिसमें रेडियोनामा की योजनाओं के बारे
में विस्तार से बताया गया है । ।
इसे आप यहां पढ़ सकते हैं ।
रेडियोनामा एक सामूहिक ब्लॉग है । इसे आप सभी के सहयोग की जरूरत है ।
आप भी इससे जुड़ सकते हैं ।
बहुत स्वागत ।
बधाईयाँ और अनेकों शुभकामनायें.
ReplyDeleteयुनुस भाई ,समूह चिट्ठे का नाम 'रेडियोवाणी' है या 'रेडियोनामा'?
ReplyDeleteबधाई! शुभकामनायें!
ReplyDeleteचलिये इसी बहाने हम भी जुडते हैं आपसे और रेडियो से भी ! बधाई !
ReplyDeleteबहुत बधाई और शुभकामना
ReplyDeleteअरे आपने अफ़लातून जी की बात पर ग़ौर नहीं किया?
ReplyDeleteभाई नाम तो रेडियोनामा है । पर रेडियोवाणी के नशे में ग़लत छप गया था ।
ReplyDeleteठीक कर लिया है