tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post5755119139066328426..comments2024-02-21T13:54:06.301+05:30Comments on रेडियो वाणी: जिंदगी को संवारना होगा, दिल में सूरज उतारना होगा--फिर आलाप, फिर येसुदासYunus Khanhttp://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-13796773912873484902016-03-15T20:51:26.503+05:302016-03-15T20:51:26.503+05:30अद्भुत है रे भाई!!!अद्भुत है रे भाई!!!Shubhra Sharmahttps://www.blogger.com/profile/13752307321942670213noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-21268041053631102312016-03-15T20:49:47.727+05:302016-03-15T20:49:47.727+05:30अद्भुत है रे भाई!!!अद्भुत है रे भाई!!!Shubhra Sharmahttps://www.blogger.com/profile/13752307321942670213noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-4375455768616657752007-12-01T04:11:00.000+05:302007-12-01T04:11:00.000+05:30बहुत सुंदर भाई।बहुत सुंदर भाई।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-80241101113929011672007-11-29T11:01:00.000+05:302007-11-29T11:01:00.000+05:30यूनुस भाई, येसुदास की आवाज़ सुनने का मज़ा कुछ और ह...यूनुस भाई, <BR/>येसुदास की आवाज़ सुनने का मज़ा कुछ और ही है | इस अलग अंदाज़ वाले गायक का एक गाना याद आ रहा है -- ज़िंदगी है ज़िंदगी/ज़िंदगी से खेलो ना (फिल्म: शर्त) | आजकल के हालात में बहुत अर्थपूर्ण है यह गीत |<BR/>कृपया सुनाएं |Unknownhttps://www.blogger.com/profile/17601049827910535700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-51687182267684693082007-11-29T07:50:00.000+05:302007-11-29T07:50:00.000+05:30येसुदास की अपनी अलग खूबसूरत शैली है। उनके गीतों की...येसुदास की अपनी अलग खूबसूरत शैली है। उनके गीतों की पूरी श्रंखला हमें सुनाइए। एक बार में भी दमोह गया हूं। लेकिन, बहुत पहले।Batangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-60325128417557176932007-11-26T15:39:00.000+05:302007-11-26T15:39:00.000+05:30श्री येसुदास आज जोर-(या शोर ?) से चल रहे या व्यापा...श्री येसुदास आज जोर-(या शोर ?) से चल रहे या व्यापारी रीत-रसम से चलते दिख रहे कई गायको से बहोत उँच्च कक्षा पर जहाँ तक़ गुणवत्ता का सवाल है, थे । यह उनकी गायिकी का सही सन्मान होगा । एक और नाम भी मैं बताना चाहता हूँ, गायक श्री अमीत कुमारजी, जो आज भी चलते तो है, पर जितने योग्य है इतने नहीं । तब कभी उनके नाम भी कुछ पोस्ट कर दिजीये ।PIYUSH MEHTA-SURAThttps://www.blogger.com/profile/12760626174047535862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-69300957955132478342007-11-26T12:43:00.000+05:302007-11-26T12:43:00.000+05:30पहली बार सुना ये गीत्….बेहद खूबसूरत॥..…॥आभार सुनवा...पहली बार सुना ये गीत्….बेहद खूबसूरत॥..…॥आभार सुनवाने का,यूनुस जी यसुदास का-"नी,सा ग म पनी सा रे ,आ आरे मितवा," हो सके तो सुनवा दें ।पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-77082794894861550792007-11-26T11:38:00.000+05:302007-11-26T11:38:00.000+05:30हो सके तो यसुदास का ये युगल गीत भी सुनवाइए जिसमें ...हो सके तो यसुदास का ये युगल गीत भी सुनवाइए जिसमें सहगायिका शायद सुजाता है या हेमलता है -<BR/><BR/>नीर भरन का कर के बहाना <BR/>मेरे लिए ज़रा बोझ उठाना<BR/>राधा रे राधा जमुना किनारे आना रे<BR/><BR/>ये गीत राज्यश्री प्रोडक्शन्स की फ़िल्म गोपाल्कृष्णा का है।annapurnahttps://www.blogger.com/profile/05503119475056620777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-87597240304524420502007-11-26T10:23:00.000+05:302007-11-26T10:23:00.000+05:30यूनुस भाई, आपने तो मेरे मुंह की बात छीन ली.येसुदास...यूनुस भाई, आपने तो मेरे मुंह की बात छीन ली.येसुदास जी पर श्रृंखला शुरू करने की बात मैं आपको कल ही कहने वाला था पर ये सोच कर रुक गया कि शायद आप बच्चन जी पर आधारित कडी शुरू कर रहे हैं. खैर जो भी हो अब तो मैं अपने प्रिय गायक से आपके जरिये मिल ही सकूंगा. <BR/>बहरहाल, आलाप फ़िल्म की इस खूबसूरत रचना के लिए धन्यवाद.. येसुदास जी ने क्या आलाप लिया है शुरुआत में !डॉ. अजीत कुमारhttps://www.blogger.com/profile/10047691305665129243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-88546657568618122672007-11-26T09:16:00.000+05:302007-11-26T09:16:00.000+05:30क्या बात है, अफलातून जी का आभार जिनकी फरमाईश आपने ...क्या बात है, अफलातून जी का आभार जिनकी फरमाईश आपने यह गीत सुनवाया, चलिए येशुदास के कुछ और गीतों का भी रहेगा इंतज़ार, "का करूँ सजनी", " जब दीप जले आना", और "मधुबन खुशबू..."Sajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-33478647402920878292007-11-26T08:00:00.000+05:302007-11-26T08:00:00.000+05:30अप्रतिम! बहुत सुन्दर। बहुत मधुर। सवेरे सवेरे सुनना...अप्रतिम! बहुत सुन्दर। बहुत मधुर। सवेरे सवेरे सुनना अलौलिक हो गया कुछ!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com