tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post742099750604992420..comments2024-02-21T13:54:06.301+05:30Comments on रेडियो वाणी: घुंघरू टूट गए: साब्ररी ब्रदर्स के मक़बूल अहमद साबरी की याद मेंYunus Khanhttp://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-50853243785309780132011-12-02T07:53:51.984+05:302011-12-02T07:53:51.984+05:30नमन हैनमन हैRakesh Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/01961346362476055583noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-4219877352477568722011-11-27T13:06:30.267+05:302011-11-27T13:06:30.267+05:30एक युग का समापनएक युग का समापनSANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-69080694861597827002011-11-08T20:22:43.527+05:302011-11-08T20:22:43.527+05:30भोपाल के जिस दौर का ज़िक्र है वह जिया है इसलिए सब ...भोपाल के जिस दौर का ज़िक्र है वह जिया है इसलिए सब आँखों के सामने आ गया . और सबरी भाइयों के घूँघरू टूट गए दूरदर्शन पर सुना था और पहली बार सुन कर मुरीद हो गया . पुरानी यादें फिर ताज़ा हो गयीं . शुक्रिया .Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08928212793008107322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-29069850858549714552011-10-04T14:36:40.515+05:302011-10-04T14:36:40.515+05:30यूनुस भाई एक चित्र मक़बूल भाई का इस पोस्ट पर दरक़ार ...यूनुस भाई एक चित्र मक़बूल भाई का इस पोस्ट पर दरक़ार है. बाबा फ़रीद तो पहले ही चले गये थे तो बीच जब म.प्र.की स्थापना की पचासवीं जयंती का आयोजन इन्दौर में मना तो मक़बूल भाई ही पूरी पार्टी का नेतृत्व करने आए थे. चूँकि मैं इस इवेंट से जुड़ा था तो दिन में सोचता रहा कि बड़े भाई साहब के बिना मजमा अधूरा तो नहीं रहेगा ? लेकिन जब महफ़िल शुरू हुई तो सच मानिये पूरे गाँधी हॉल में एक बेसब्री सी भी और मक़बूल भाई बार बार अपने फ़न से दाद बटोर रहे थे. साबरी बंधु दो बार भोपाल तशरीफ़ लाए थे और सिर्फ़ एक बार इन्दौर.लेकिन उनकी रेकॉर्डों का जादू गाँव गाँव गली गली फ़ैलता रहा...आपने अल्लाह ! वाली बात ख़ूब बढ़िया रेखांकित की ..दर-असल एकतरह से ये उनकी सिगनेचर बन गई थे....हम सबकी झोली तो ख़ाली हो गई...sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-58864447924387696312011-09-27T10:23:17.347+05:302011-09-27T10:23:17.347+05:30विनम्र श्रद्धांजलिविनम्र श्रद्धांजलिBS Pablahttps://www.blogger.com/profile/06546381666745324207noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-31329685885732667992011-09-25T13:01:29.459+05:302011-09-25T13:01:29.459+05:30विनम्र श्रद्धांजली..विनम्र श्रद्धांजली..अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-22387756493234894072011-09-23T20:15:24.004+05:302011-09-23T20:15:24.004+05:30sunder sansmaran...abhar.sunder sansmaran...abhar.kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-51760678782080353832011-09-23T12:29:06.074+05:302011-09-23T12:29:06.074+05:30अमर रहेगी यह आवाज.अमर रहेगी यह आवाज.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-1945212372507020392011-09-23T06:12:12.808+05:302011-09-23T06:12:12.808+05:30ओह एक युग का अवसान -विनम्र श्रद्धांजलिओह एक युग का अवसान -विनम्र श्रद्धांजलिArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-10576824185684429422011-09-22T23:26:54.644+05:302011-09-22T23:26:54.644+05:30संस्मरण साझा करने के लिये धन्यवाद.
एक बार देवास उ...संस्मरण साझा करने के लिये धन्यवाद.<br /><br />एक बार देवास उर्स से दिल्ली लौटते हुए ट्रेन में हमसफ़र हुए थे हम. जनाब ऊपर की बर्थ पर देर रात तक गुनगुना रहे, और मैं सोचता रहा कि ये सफ़र कभी खत्म ना हो.<br /><br />मेरे पास दो केसेट्स हैं , जिसमें से एक मिल गयी है. मगर चल रही है या नहीं कह नही सकता क्योंकि केसेट प्लेयर बिगडा हुआ है. दूसरी केसेट ज़फ़र अली की है, जिन्होने भी इनके सारे गाने गाये हैं. इनके बारे में जानकारी नही है, क्योंकि शायद इन्हे भी साबरी कहा जाता था.दिलीप कवठेकरhttps://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-10828943081200633842011-09-22T18:14:33.864+05:302011-09-22T18:14:33.864+05:30साबरी साहब के लिए
मेरी विनम्र श्रद्धांजली ...साबरी साहब के लिए <br />मेरी विनम्र श्रद्धांजली ...daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-85370784444773820022011-09-22T17:12:50.633+05:302011-09-22T17:12:50.633+05:30एक समय सिर्फ़ यही सुनाई देते थे...
विनम्र श्रद्धांज...एक समय सिर्फ़ यही सुनाई देते थे...<br />विनम्र श्रद्धांजली..Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-86317807191509099702011-09-22T16:13:44.246+05:302011-09-22T16:13:44.246+05:30कुछ सुना है, शेष सुनते हैं। श्रद्धांजली।कुछ सुना है, शेष सुनते हैं। श्रद्धांजली।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-64401728138647719522011-09-22T13:03:34.430+05:302011-09-22T13:03:34.430+05:30इनकी कुछ कव्वालियाँ मैंने भी सुनी हैं. उनके बारे म...इनकी कुछ कव्वालियाँ मैंने भी सुनी हैं. उनके बारे में विस्तृत संस्मरण साझा करने का आभार. उन्हें मेरी ओर से भी श्रद्धांजलि.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.com