tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post7370396303345791644..comments2024-02-21T13:54:06.301+05:30Comments on रेडियो वाणी: 'वहां कौन है तेरा मुसाफिर जायेगा कहां' : फिल्म गाईड के निर्माण से जुड़ी दिलचस्प बातेंYunus Khanhttp://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-10393378884058869492008-04-27T18:19:00.000+05:302008-04-27T18:19:00.000+05:30युनुस भाई गाईड सच मे एक ऎसी थी जिसे जितनी बार देखो...युनुस भाई गाईड सच मे एक ऎसी थी जिसे जितनी बार देखो कम, मेरी पसंद की गिनी चुनी फ़िल्मे हे जिन मे एक गाईड भी हे, फ़िर इस के सभी गीत भी अति मन भावन, वहां कोन हे तेरा.. मे इसे अकसर सुनता हु ओर एक शकुन (शान्ति)मिलता हे ,बहुत धन्यवाद इस सुन्दर लेख के लिये.<BR/><BR/>**कोई भी तेरी राह ना देखे, नैन बिछाए नाकोई <BR/>**दर्द से तेरे कोई ना तड़पा, आंख किसी की ना रोईराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-56229391290602786402008-04-24T19:43:00.000+05:302008-04-24T19:43:00.000+05:30बहुत अच्छी जानकारी मुहेया कराई आपने यूनुस भाई। रही...बहुत अच्छी जानकारी मुहेया कराई आपने यूनुस भाई। <B>रही इस गाने की बात तो ये कम चर्चित तो कभी नहीं रहा।</B> <BR/>एस डी बर्मन के गाये सबसे बेहतरीन नग्मों की जब भी बात आती है तो मेरे साजन हैं उस पार और वहाँ कौन है तेरा सबसे पहले उभरते हैं। वैसे गाइड के सारे गाने ही अच्छे थे पर इस गीत की बात ही कुछ अलहदा थी।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-53336557239142489012008-04-23T19:25:00.000+05:302008-04-23T19:25:00.000+05:30हम्म!मेरे एकाद मित्रों ने इस फिल्म को लगातार १७ ब...हम्म!<BR/>मेरे एकाद मित्रों ने इस फिल्म को लगातार १७ बार देखी वे इस फिल्म की तारीफ करते नहीं थकते.. <BR/>इतनी तारीफ सुनने के बाद जब मैने यह फिल्म देखी मुझे उसमें ऐसा कुछ खास नहीं लगा जिसके लिये लोग इतनी तारीफ करते रहे हैं। <BR/>वहीदाजी ने तो फिर भी अभिनय बढ़िया किया पर देव साहब का अभिनय तो हमेशा की तरह ओवर एक्टिंग किस्म का लगा। <BR/>अति सामान्य फिल्म.. और उतनी ही सामान्य कहानी। हाँ बर्मन दा का संगीत माशाअल्लाह..सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-64992285418443388302008-04-23T19:14:00.000+05:302008-04-23T19:14:00.000+05:30सभी मित्रो को शुक्रिया । फिल्म गाईड का ये गीत लाई...सभी मित्रो को शुक्रिया । फिल्म गाईड का ये गीत लाईफलॉगर पर बज नहीं रहा था । अब इंटरनेट आर्काइव के जरिए लगाया है । यहां से इसे डाउनलोड करना भी मुमकिन है । जरा राइट क्लिक कीजिए । <BR/>अब बताईये बज रहा है या नहीं ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-28682633577600103982008-04-23T15:44:00.000+05:302008-04-23T15:44:00.000+05:30यह गीत बहुत प्रिय है। बहुत ही प्रिय। इतना कि जब मे...यह गीत बहुत प्रिय है। बहुत ही प्रिय। इतना कि जब मेरे पास कैसेट में था तो कैसेट घिस गया था! <BR/>महादेवी वर्मा के महाविद्यालय के फोटो भेज दूं, तब यूनुस से इसके ई-मेल की डिमाण्ड करूं।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-33064399099471056032008-04-23T15:35:00.000+05:302008-04-23T15:35:00.000+05:30यूनुसजी,पोस्ट खूब बढ़िया चढाई है इसकी बधाई स्वीकार ...यूनुसजी,पोस्ट खूब बढ़िया चढाई है इसकी बधाई स्वीकार करें....पर गाना सुन नहीं पा रहे...प्रमोद की भी कुछ दिन पहले यही समस्या थी...लगता है लाईफ़ लॉगर की कुछ समस्या है...एक्टिव नहीं हो रहा.....VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-10839829947363516842008-04-23T13:24:00.000+05:302008-04-23T13:24:00.000+05:30हम भी कल की तरह गीत नही सुन पा रहे- वैसे गीत हमारी...हम भी कल की तरह गीत नही सुन पा रहे- वैसे गीत हमारी पसंद का है-और जानकारी बिल्कुल नयी---पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-66152855419532730782008-04-23T12:41:00.000+05:302008-04-23T12:41:00.000+05:30पोस्ट तो हमेशा की तरह अच्छी है। पर आज हम ये गीत नह...पोस्ट तो हमेशा की तरह अच्छी है। पर आज हम ये गीत नही सुन पा रहे है पता नही क्या प्रॉब्लम है। खैर ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-3163357687370753042008-04-23T12:37:00.000+05:302008-04-23T12:37:00.000+05:30वहीदा रहमान ने तय कर लिया था । वो अपने आप को सती-स...वहीदा रहमान ने तय कर लिया था । वो अपने आप को सती-सावित्री वाली भूमिका में बांधकर नहीं रखना चाहती थीं । वहीदा का कहना था कि जिंदगी में कई बार ऐसे मौक़े आते हैं जब कोई भी महिला रोज़ी की तरह फैसले करती है और बाद में रोज़ी की ही तरह अपने फैसले पर पछताती भी है । <BR/><BR/>सच तो है यूनुस जी, आदर्श स्थितियाँ हमेशा कहाँ बन पाती है और दूसरा पहलू ये भी है कि आदर्श स्थिति ना बन पाने के पछतावे भी भोगने ही पड़ते हैं<BR/><BR/>हो सकता है कि गाइड फिल्म का ये सब से कम चर्चित गीत हो लेकिन मुझे सबसे अधिक पसंद है यह...साथ में वर्मन जी की आवाज़ जो मुझे सूफियानी सि लगती है। <BR/><BR/>आज सुनवाने का शुक्रिया..!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-14321374356923053432008-04-23T11:51:00.000+05:302008-04-23T11:51:00.000+05:30यूनुस जी इस पोस्ट के लिये धन्यवाद... गाइड जैसे फि...यूनुस जी इस पोस्ट के लिये धन्यवाद... गाइड जैसे फिल्में बहुत ही कम बनती हैं... गाइड मेरी क्या लगभग जिसने भी देखी है उसकी पसंदीदा फ़िल्म होगी. बस इतनी विस्तृत जानकारी नहीं थी.<BR/><BR/> बस एक बात खली आपने सचिन दा के इस गाने को कम चर्चित कहा... मुझे नहीं लगता की ये गाना कम चर्चित है... चाहे बोल हो, धुन हो या फिर गायकी... ये गाना हमारे हॉस्टल में अक्सर बजा करता था... सचिन दा का ये और बंदिनी का गाना हमारे पसंदीदा गानों की लिस्ट में आता है... <BR/><BR/>साथ ही कुछ लिंक भी काम नहीं कर रहे उनको ठीक कर दीजिये.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-32933439842054454902008-04-23T10:18:00.000+05:302008-04-23T10:18:00.000+05:30बहुत सुन्दर पोस्ट !कुछ और लिखने के लिए मेरे पास शब...बहुत सुन्दर पोस्ट !<BR/><BR/>कुछ और लिखने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। <BR/><BR/>सिर्फ़ इतना बता दूँ कि देव आनन्द मेरे सबसे ज्यादा पसन्दीदा नायक है और गाईड मेरी सबसे ज्यादा पसन्दीदा फ़िल्म।<BR/><BR/>सिर्फ़ फ़िल्मी हीरो के रूप में ही नहीं बल्कि उनका हमेशा सक्रिय रहना और समय के साथ चलने का जीवन का अन्दाज़ हमें बहुत भाता है।<BR/><BR/>यूनुस जी मेरे लिए आपके सारे चिट्ठे एक तरफ़ है और यह अकेली पोस्ट एक तरफ़।annapurnahttps://www.blogger.com/profile/05503119475056620777noreply@blogger.com