tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post5789169437355869076..comments2024-02-21T13:54:06.301+05:30Comments on रेडियो वाणी: फिल्म 'सारांश' के दो उदास गाने- कवि वसंत देव की यादYunus Khanhttp://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-53335462205541564272011-01-22T21:28:37.888+05:302011-01-22T21:28:37.888+05:30मेरा प्रिय गीत. धन्यवाद!मेरा प्रिय गीत. धन्यवाद!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-34223110521798481202011-01-22T20:07:14.104+05:302011-01-22T20:07:14.104+05:30वाह, बहुत सुंदर गीतों की याद दिलाई आपने.वाह, बहुत सुंदर गीतों की याद दिलाई आपने.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-51504101786781273432011-01-22T19:14:46.541+05:302011-01-22T19:14:46.541+05:30सारांश मेरी पसंदीदा फिल्म है उदासी के कई हिस्सों स...सारांश मेरी पसंदीदा फिल्म है उदासी के कई हिस्सों से अचानक छट कर आई उम्मीद की तरह ....उस दौर की फिल्म जब महेश भट्ट की प्रतिभा पर बाज़ार हावी नहीं हुआ था ...गाने मैंने यू ट्यूब पर सुने -देखे है ....पर अक्सर कुछ सेकण्ड बाद बंद कर देता हूँ.... बहुत उदास है......बसन्त जी के बारे में आपका कहना ठीक है ...अन -संग हीरोडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-79081935510165617102011-01-22T17:21:29.562+05:302011-01-22T17:21:29.562+05:30पहली बार सुने दोनों गीत... वाकई मन खो सा जाता है स...पहली बार सुने दोनों गीत... वाकई मन खो सा जाता है सुनके.. संगीत अनोखा है... आपको धन्यवाद शेयर करने के लिए...Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-61648218235226476242011-01-22T07:08:31.893+05:302011-01-22T07:08:31.893+05:30बहुत-बहुत धन्यवाद यूनुस भाई. ये दोनों गीत मुझे बहु...बहुत-बहुत धन्यवाद यूनुस भाई. ये दोनों गीत मुझे बहुत प्रिय हैं लेकिन मेरी श्रीमती जी इनसे सुनने नहीं देती. वे कहती हैं के मैं हमेशा मनहूसियत भरे गीत सुनता हूँ. अपना-अपना नजरिया है. इन गीतों की लिरिक्स देने के लिए आभार. इनकी लिरिक्स में कहीं कुछ छूट रहा था जो अब पता चल गया.<br />ऊपर वाला कमेन्ट स्पैम है.निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.com