tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post4492494823389251967..comments2024-02-21T13:54:06.301+05:30Comments on रेडियो वाणी: आईये प्रसिद्ध गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा को सुनें ।Yunus Khanhttp://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-15533777881748089042011-08-21T14:00:05.389+05:302011-08-21T14:00:05.389+05:30कृष्ण स -युनुस भाई "लेट स टॉक " फिल्म शा...कृष्ण स -युनुस भाई "लेट स टॉक " फिल्म शायद बोमन ईरानी की प्रथम फिल्म थी जिसमे पंडित छनु लाल मिश्र जी की आवाज़ में ठुमरी थी क्या आपके पास उसी कोई ऑडियो सी डी है इसमें बोमन ईरानी ने सचमुच अपने अभिनय की बुलंदियों को छुआ है में इस बारे में साल भर पहले भी आप से फरमाइश कर चूका हू वैसे तो पंडितजी का गाया फिल्म आरक्षण का गीत "सांस अलबेली " इन दिनों बहुत लोकप्रिय हो रहा हैkrishna snoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-40851129973441927312010-08-04T22:51:15.286+05:302010-08-04T22:51:15.286+05:30में ने श्री प्रसिद्ध गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा ...में ने श्री प्रसिद्ध गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा जी के गीत सुने ऐसा लगता है की स्वयं सरस्वती उनके कंठ में विराजती हो <br />पंडित छन्नूलाल मिश्रा रामायण में अनेक गीत है <br />जैसे Kevat संवाद,Uttar Kand - Kaag भुसंदी, Ayodhya Kand - Lakshman Gita ,Lanka Kand - Vibhashan गीता <br />किन्तु पंडितजी ने सुंदर कांड नहीं गयाRohit patwardhanhttps://www.blogger.com/profile/16093186288820475307noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-76909058306202686272010-06-08T04:20:39.221+05:302010-06-08T04:20:39.221+05:30पंडित छन्नूलाल मिश्रा की सरल और मधुर संगीत दिल तक ...पंडित छन्नूलाल मिश्रा की सरल और मधुर संगीत दिल तक उतरती है |<br /><br />पंडित जी को आपने सुनाया धन्यवाद भाई !Rakesh Singh - राकेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/03770667837625095504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-67399784861978959982008-11-27T15:32:00.000+05:302008-11-27T15:32:00.000+05:30Aadarniy chnnulal ji ka gayan mujhe bhi bahut pas...Aadarniy chnnulal ji ka gayan mujhe bhi bahut pasand hain ,Aapne achcha aalekh likh hain ,computer ki kuch gadbadi ke karan sun nahi paa rahiRADHIKAhttps://www.blogger.com/profile/00417975651003884913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-18640813196553132732007-07-17T20:17:00.000+05:302007-07-17T20:17:00.000+05:30थोड़ा देर से आये मगर आनन्द आ गया सुनकर. वाह -सच में...थोड़ा देर से आये मगर आनन्द आ गया सुनकर. वाह -सच में कितना कुछ मिस कर रहे हैं. बहुत बेहतरीन प्रस्तुति. आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-45274243170109745162007-07-17T08:53:00.000+05:302007-07-17T08:53:00.000+05:30प्रत्यक्षा जी जिन रचनाओं का आपने जिक्र किया उन्ह...प्रत्यक्षा जी जिन रचनाओं का आपने जिक्र किया उन्हें फिर से अपने ब्लॉग पर चढ़ाईये, हम सब सुनना चाहते हैं । <BR/><BR/>नीरज भाई, धन्यवाद हमें केवट संवाद सुनने की बेक़रारी रहेगी । <BR/><BR/>विमल भाई, अनुग्रहीत तो मैं हूं कि आपने पं. छन्नूलाल मिश्र के गायन का जिक्र किया, वरना हम समझे थे कि इंटरनेट पर कहां उनके गीत होंगे, हम अपनी कबीर वाली सी.डी. से ही संतुष्ट थे । <BR/><BR/>अन्नपूर्णा जी विविध भारती में पंडित जी की रचनाएं नहीं हैं इसलिये बजने का कोई चांस नहीं । <BR/>फिर से सबको धन्यवादYunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-9055296268260812722007-07-17T00:22:00.000+05:302007-07-17T00:22:00.000+05:30शंकर खेलें मसाने में होरी ....हमने भी एन डी टी वी ...शंकर खेलें मसाने में होरी ....हमने भी एन डी टी वी पर इसे पहली बार सुना था फिर भी दुबारा लिखने से खुद को रोक न पाया,आपके यहां आकर बहुत अच्छा लगा,लगता है आपकी महफ़िल मे बार आना ही पडे़गा आपने तो मुरीद बना दिया!!!VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-34396427062809171152007-07-16T19:42:00.000+05:302007-07-16T19:42:00.000+05:30मजा आ गया यूनुस भाई. बारम्बार साधुवाद। (अगर साधुवा...मजा आ गया यूनुस भाई. बारम्बार साधुवाद। <BR/>(अगर साधुवाद के युग का अंत हो भी गया हो, तो भी)इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-46964868189680731952007-07-16T13:46:00.000+05:302007-07-16T13:46:00.000+05:30kya vandanvaar main Mishraji ki rachnaye bajthi ha...kya vandanvaar main Mishraji ki rachnaye bajthi hai ?<BR/><BR/>AnnapurnaAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-31067550338069043722007-07-16T13:05:00.000+05:302007-07-16T13:05:00.000+05:30यूनुस भाई मजा आ गया धन्यवादयूनुस भाई मजा आ गया धन्यवादAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/07713657523946639395noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-63439982592922863192007-07-16T11:49:00.000+05:302007-07-16T11:49:00.000+05:30मजा आ गया यूनुस भाई।इन शानदार प्रस्तुतियों के लिये...मजा आ गया यूनुस भाई।<BR/>इन शानदार प्रस्तुतियों के लिये बारंबार साधुवाद।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-57204453192127628572007-07-16T11:27:00.000+05:302007-07-16T11:27:00.000+05:30वाह आपने तो मेरा दलिद्दर दूर कर दिया.मैने सोचा नही...वाह आपने तो मेरा दलिद्दर दूर कर दिया.मैने सोचा नहीं था इतनी जल्दी वो सब कर देंगे जो मैने सोच रखा था.सचमुच बहुमूल्य जानकारी आपने दी है कमाल तो ये है कि मै छन्नू जी को सुनते हुए टिप्पणी कर रहा हूं. अपने ब्लॉग में मुझे जगह देकर आपने अनुग्रहीत कर दिया.VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-42650827710628448812007-07-16T09:57:00.000+05:302007-07-16T09:57:00.000+05:30युनुसजी,आपसे अधिक संवाद स्थापित करना पडेगा । आप हम...युनुसजी,<BR/>आपसे अधिक संवाद स्थापित करना पडेगा । आप हमारे दिल का एक एक कोना फ़तेह करे जा रहे हैं । छ्न्नूलाल मिश्राजी ने रामचरित मानस की चौपाईयों को भी बडे मोहक अंदाज में गाया है । हम आपसे प्रेरणा लेकर उनकी आवाज में "केवट संवाद" सुनवायेंगे । <BR/><BR/>एक बार फ़िर से आपको धन्यवाद,<BR/><BR/>नीरजNeeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8367368115959607647.post-8055656949384602152007-07-16T09:34:00.000+05:302007-07-16T09:34:00.000+05:30वाह ! ये हुई कुछ बात । संजय जी ने जिस गीत के बारे ...वाह ! ये हुई कुछ बात । संजय जी ने जिस गीत के बारे में कहा है ,मुझे भी याद आ गया , शायद "हार्मनी इन वारानसी " प्रोग्राम था । टीवी पर देखा था और अपने ब्लॉग पर लिखा था । एक भजन और था ' हे शिवशंकर औघडदानी " ।Pratyakshahttps://www.blogger.com/profile/10828701891865287201noreply@blogger.com